नापसंद की कुछ कहानियाँ है नापसंद फिर भी कहानियाँ ठहरी रहेंगी। नापसंद की कुछ कहानियाँ है नापसंद फिर भी कहानियाँ ठहरी रहेंगी।
प्रकृति का तांडव देखकर, हर जीव भय से थर्राया है। प्रकृति का तांडव देखकर, हर जीव भय से थर्राया है।
आखिर क्यों पिंक से परहेज़ करें कब तक मर्द बनो के ताने सुनते रहें क्यों समाज के शर्तो पे चलते रहें ... आखिर क्यों पिंक से परहेज़ करें कब तक मर्द बनो के ताने सुनते रहें क्यों समाज के...
एक देश, एक विधान, एक संविधान सख्ती से लागू करता। एक देश, एक विधान, एक संविधान सख्ती से लागू करता।