उसके शब्द कभी न पुराने पड़ते हैं और न ही मैले -कुचैले उसके शब्द कभी न पुराने पड़ते हैं और न ही मैले -कुचैले
बस रोता नहीं हूं आजकल सिसकियां भर कर, कि कोई मेरे मैले चेहरे का मुआयना ना कर ले बस रोता नहीं हूं आजकल सिसकियां भर कर, कि कोई मेरे मैले चेहरे का मुआयना ना कर ...