एक दिन जीतूंगा तुम्हें एक दिन जीतूंगा तुम्हें
ये जो प्यार है, बहका हुआ, तेरी खुशबुओं से महका हुआ, ये जो प्यार है, बहका हुआ, तेरी खुशबुओं से महका हुआ,
हमारी कश्ती भी ऐसे में, ख़ूब हिचकोलें खाती है।। संयम और सबर का, इम्तिहान हमें तब देना है। हमारी कश्ती भी ऐसे में, ख़ूब हिचकोलें खाती है।। संयम और सबर का, इम्तिहा...
पर कुछ वजहें तू मुझे जीने की जिंदगी अक्सर यूँ ही दे जाती है। पर कुछ वजहें तू मुझे जीने की जिंदगी अक्सर यूँ ही दे जाती है।
गैर हो चाहे, तेरे अपने हो राह टोके तो तू लड़ता चल। गैर हो चाहे, तेरे अपने हो राह टोके तो तू लड़ता चल।
उन ख़्वाबों को भी क्या नाम दूं ? जो सिर्फ जेहन में आए थे ! उन ख़्वाबों को भी क्या नाम दूं ? जो सिर्फ जेहन में आए थे !