हर वो शख्स फरिश्ता हो सकता है जो जानता देना.... कभी कंधा। हर वो शख्स फरिश्ता हो सकता है जो जानता देना.... कभी कंधा।
घूमते रहेंगे यहां वहां, अपने ही देश में शरणार्थी बन कर। घूमते रहेंगे यहां वहां, अपने ही देश में शरणार्थी बन कर।
वो बेचारा आधी रात को सब छोड़ छाड़ के आया है। वो बेचारा आधी रात को सब छोड़ छाड़ के आया है।