झपकियाँ लेते - लेते कुछ सोचता हूँ ! कभी अर्ध - निंद्रा में भी गुनगुनाता हूँ !! झपकियाँ लेते - लेते कुछ सोचता हूँ ! कभी अर्ध - निंद्रा में भी गुनगुनाता हूँ !...
उजड़े हुए वीरानो मे दिये नही जलाया करते! उजड़े हुए वीरानो मे दिये नही जलाया करते!
बन गई मैं बस एक नदिया की धारा कितने झंझावतों से टकराती रही बन गई मैं बस एक नदिया की धारा कितने झंझावतों से टकराती रही