तेरे पदचाप अवलंबित खड़ा नैन नीड़ समेट पाती हर तुम्हारी चेतना सूखे सुमन से स्वप्न मेरे बाँझ बन ना... तेरे पदचाप अवलंबित खड़ा नैन नीड़ समेट पाती हर तुम्हारी चेतना सूखे सुमन से स्व...
वन्य जीव बाघ शेर, पेड़ छाँव नाँपते वन्य जीव बाघ शेर, पेड़ छाँव नाँपते