मासूम दीदे शोक में ही ये आँखे लगी रही, अब तो वफा की शमा जला दीजिये हुजूर। मासूम दीदे शोक में ही ये आँखे लगी रही, अब तो वफा की शमा जला दीजिये हुजूर।
वफ़ा के नाम पे मुश्किल में डाल देता है। वो बात बात पे सिक्का उछाल देता है।। वफ़ा के नाम पे मुश्किल में डाल देता है। वो बात बात पे सिक्का उछाल देता है।।
समझ सका न मुझे वो न मैं उसे समझा न काम कोशिशें आई विसाल करने की समझ सका न मुझे वो न मैं उसे समझा न काम कोशिशें आई विसाल करने की