मुझे संभालो और बचा लो अब मत देर लगाओ, मन के सारे राग- द्वेष को मालिक तुम भगाओ। मुझे संभालो और बचा लो अब मत देर लगाओ, मन के सारे राग- द्वेष को मालिक तुम भगाओ...
जीवन के संग्राम को जीतेंगे हम हर हाल में जीवन के संग्राम को जीतेंगे हम हर हाल में
फिर एक समय वह भी आया जब उसने बस विषपान किया फिर एक समय वह भी आया जब उसने बस विषपान किया