चलो, कुछ काम करें देश हित में जाग री.. बीत रही है यह विभावरी जाग री..... धीरे-धीरे। चलो, कुछ काम करें देश हित में जाग री.. बीत रही है यह विभावरी जाग री..... धीरे...
उषा की सिंदूरी चुनरी जब लहराती है, रंभा मेरी संजीवनी जब पोटली में बाँध देती है, उषा की सिंदूरी चुनरी जब लहराती है, रंभा मेरी संजीवनी जब पोटली में बाँध देती ...
खद्योत लघु लालटेन हाथ में लिए तलाशने यामिनी संग संग चल दिए। खद्योत लघु लालटेन हाथ में लिए तलाशने यामिनी संग संग चल दिए।