समता की एक नई फसल लहलहाऊँगा। समता की एक नई फसल लहलहाऊँगा।
जो बेखबर बने वो सरताज हो गए। जो बेखबर बने वो सरताज हो गए।
प्राण दे, आज़ादी ला, किया एहसान। प्राण दे, आज़ादी ला, किया एहसान।
याद माॅं की आ रही है, नीर नैनों से झरे । याद माॅं की आ रही है, नीर नैनों से झरे ।
इंसान अपनों को दूर करके, किस तरह जिंदगी औंर मौत से लड़ पाया। इंसान अपनों को दूर करके, किस तरह जिंदगी औंर मौत से लड़ पाया।