तेरे होठों को प्याले में जाम लिखता हूँ, तेरी हँसी को अपनी मैं जान लिखता हूँ।। तेरे आरिज़ को सुब... तेरे होठों को प्याले में जाम लिखता हूँ, तेरी हँसी को अपनी मैं जान लिखता हूँ।।...
नदी की धारा बहती है जैसे बारिश में तेज़ से। छपाक ! गिरा है कोई पत्थर , बिना आगाह करे , मदमस्त मन ह... नदी की धारा बहती है जैसे बारिश में तेज़ से। छपाक ! गिरा है कोई पत्थर , बिना आगा...
भारत की वायुसेना के प्रहार से दुश्मन ना कभी बचा है ना कभी बचेगा... वायुसेना और उसके वीर कमांडो ने ऐस... भारत की वायुसेना के प्रहार से दुश्मन ना कभी बचा है ना कभी बचेगा... वायुसेना और उ...