मेरी कश्ती भी वहां पे डूबी है जहां पे ज़मीन भी थी सूखी है! मेरी कश्ती भी वहां पे डूबी है जहां पे ज़मीन भी थी सूखी है!
बेचैनियाें में जब कभी अरमान हों बिखरे गुलाब और ब्यूटी प्रोडक्ट से रूप जब निखरे तुम भी जिसमें फस चु... बेचैनियाें में जब कभी अरमान हों बिखरे गुलाब और ब्यूटी प्रोडक्ट से रूप जब निखरे ...