मन के किसी कोने में फिर मैं खुद के लिये एक राज बनूँ। मन के किसी कोने में फिर मैं खुद के लिये एक राज बनूँ।
लेकिन आज भी मेरी पहली पसंद रहा बैगनी रंग का दिया दुपट्टा तुम्हारा।। लेकिन आज भी मेरी पहली पसंद रहा बैगनी रंग का दिया दुपट्टा तुम्हारा।।
रंगों से फिर भीगी होली उल्फ़त लेकर आयी होली। रंगों से फिर भीगी होली उल्फ़त लेकर आयी होली।
क़िस्मत की जगह वहाँ पर....... तकनीकी ज्ञान का पुष्प खिलता होगा ! क़िस्मत की जगह वहाँ पर....... तकनीकी ज्ञान का पुष्प खिलता होगा !