जिंदा जबतक, डटा रहूँगा, खुद भागेंगे रिपू रण छोड़। प्रबल भुजाओं की ताकत से, जिंदा जबतक, डटा रहूँगा, खुद भागेंगे रिपू रण छोड़। प्रबल भुजाओं की ताकत से,
पेड़ सलामत जब तलक, सोओ लंबी तान। पेड़ धरा पर ना रहें, हो जाए सुनसान। पेड़ सलामत जब तलक, सोओ लंबी तान। पेड़ धरा पर ना रहें, हो जाए सुनसान।