“योगी” मैं बनिया सुनहरी अवसर कैसे चूक जाता, तुझको धन्यवाद देकर, मैं खुद खाली हाथ आता...! “योगी” मैं बनिया सुनहरी अवसर कैसे चूक जाता, तुझको धन्यवाद देकर, मैं खुद खाली हाथ...
उसका बस चलता तो वह कहती भगवान से मैं कैसे आ सकती हूं? उसका बस चलता तो वह कहती भगवान से मैं कैसे आ सकती हूं?
किसी को भी कोई शिकयत नहीं भगवान का बुलावा है न चेतावनी न सबूत l किसी को भी कोई शिकयत नहीं भगवान का बुलावा है न चेतावनी न सबूत l