उठ जाग प्यारे सोण वाले, लै फड़ प्याला चाह। पी के एसनूं फेर तूं, खुल के टट्टी जा। कसर फेर वी रह जाए... उठ जाग प्यारे सोण वाले, लै फड़ प्याला चाह। पी के एसनूं फेर तूं, खुल के टट्टी जा...
आज कल के लडके-लडकीयां अपने देश की संस्कृति परंपरा भूल गये है और अब उनको विदेशी भेष और खानपान ही अच्छ... आज कल के लडके-लडकीयां अपने देश की संस्कृति परंपरा भूल गये है और अब उनको विदेशी भ...
जो खाते है,चीज,पिज्जा,बर्गर फिर वो जिंदगी हो जाती दूभर। जो खाते है,चीज,पिज्जा,बर्गर फिर वो जिंदगी हो जाती दूभर।