मैं औरत हूँ ,औरत ही रहने दो, देवी ना बनाओ। मेरी इज्जत की ठेकेदारी की, अलख ना जगाओ। मैं औरत हूँ ,औरत ही रहने दो, देवी ना बनाओ। मेरी इज्जत की ठेकेदारी की, ...
करो दीवारों संग तुम बाते ढूंढो आले में छिपी यादें। करो दीवारों संग तुम बाते ढूंढो आले में छिपी यादें।
पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती। पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती।
वरना गलती निकालने वाले तो ताज महल में भी निकालते हैं। वरना गलती निकालने वाले तो ताज महल में भी निकालते हैं।
पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर। पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर।
पता नहीं ऐसा क्यों होता है? जब कोई अंजान किसी के लिए कुछ करना चाहता है तो क्यों लोग उसे गलत निगाहों ... पता नहीं ऐसा क्यों होता है? जब कोई अंजान किसी के लिए कुछ करना चाहता है तो क्यों ...