नजदीकियां अभी बहुत दूर हैं चाहतें फासलों से मजबूर हैं! नजदीकियां अभी बहुत दूर हैं चाहतें फासलों से मजबूर हैं!
चॉंद भी अब रो रहा है देख लो तुम रात में चॉंद भी अब रो रहा है देख लो तुम रात में
तेरे और मेरे होने के बीच,कुछ,नहीं बहुत फ़ासले थे एक-दो नहीं कई शहर ,गाँव और क़स्बे थे। तेरे और मेरे होने के बीच,कुछ,नहीं बहुत फ़ासले थे एक-दो नहीं कई शहर ,गाँव और क़स...
रात भर बस गिनते तारे हम इश्क़ जान हुआ जाता है... रात भर बस गिनते तारे हम इश्क़ जान हुआ जाता है...