याद है तुम्हें क्या, उन लम्हों की कोशिशें करती थी जो हमारे, मिलने की साज़िशें याद है तुम्हें क्या, उन लम्हों की कोशिशें करती थी जो हमारे, मिलने की साज़िशे...
हृदय में अब हरपल तेरी स्मृतियों का दावानल जले। हृदय में अब हरपल तेरी स्मृतियों का दावानल जले।
मुझे तुमको देखना है, और तुम्हें मुझको मुझे तुमको देखना है, और तुम्हें मुझको
मिट गई वो दूरियाँ, ख़त्म हुए फ़ासले, जीत गया इश्क़ लब से लब जो मिले। मिट गई वो दूरियाँ, ख़त्म हुए फ़ासले, जीत गया इश्क़ लब से लब जो मिले।