हमारी हर जरुरतों को पुरी करनेवाली इकलौती ‘वो’ कौन है...? नौकरी...!!! और उसी पर कोई कविता लिखता है तो... हमारी हर जरुरतों को पुरी करनेवाली इकलौती ‘वो’ कौन है...? नौकरी...!!! और उसी पर क...
उठो, आगे बढ़ो और तब तक बढ़ती रहो जब तक अपने दर्द की कटार से चीर न दो उन दरिन्दों उठो, आगे बढ़ो और तब तक बढ़ती रहो जब तक अपने दर्द की कटार से चीर न दो उन...