आज का दिन भूल जाता चुप खड़े खामोश कल को, ज्योंकि घड़ियाँ भूल जाती गुज़रते हर एक पल को । आज का दिन भूल जाता चुप खड़े खामोश कल को, ज्योंकि घड़ियाँ भूल जाती गुज़रते हर एक ...
चली थी जब तुम्हारे संग, सब रंगीन लगता था, जब तक साथ में थे तुम, सब हसीन लगता था। चली थी जब तुम्हारे संग, सब रंगीन लगता था, जब तक साथ में थे तुम, सब हसीन लगता ...
माँ मौसी को वृद्ध आश्रम छोङकर चाची की पूजा थी कराई इंडिया की उन्नति से लेकर भारत की दुर्गति थी कराई... माँ मौसी को वृद्ध आश्रम छोङकर चाची की पूजा थी कराई इंडिया की उन्नति से लेकर भार...