जब भी मैं आऊं इस जहां में तो तेरी ही सुखकर गोद पाऊं। जब भी मैं आऊं इस जहां में तो तेरी ही सुखकर गोद पाऊं।
सब तारों से प्यारा तारा, नीलगगन का ध्रुव-सितारा। जिसकी पुंज से सारे जग में, फैला है स्वर्णिम उजिय... सब तारों से प्यारा तारा, नीलगगन का ध्रुव-सितारा। जिसकी पुंज से सारे जग में, फ...
मेरे अंदर वह बोलता है कभी-कभी थोड़ा ज्यादा ही। मेरे अंदर वह बोलता है कभी-कभी थोड़ा ज्यादा ही।