पुकार रहा है, उत्सव हमें कह रहा है भूल जाओ मन की मायूसियों को पुकार रहा है, उत्सव हमें कह रहा है भूल जाओ मन की मायूसियों को
मित्र बनने की ललक है, सब फौज बनाना चाहते हैं !! मित्र बनने की ललक है, सब फौज बनाना चाहते हैं !!