जान अटकी है ऐसी, बिना उसके कैसे जिए जा। जान अटकी है ऐसी, बिना उसके कैसे जिए जा।
किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रहे हैं. किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रह...
वादा करेंगे हमेशा इसका साथ निभाएंगे बच्चों से बूढ़े, सबको राष्ट्रभाषा सिखाएंगे। वादा करेंगे हमेशा इसका साथ निभाएंगे बच्चों से बूढ़े, सबको राष्ट्रभाषा सिखाएंग...
हम हौसले बुलंद रखें, हर हाल हरदम। खुशियां मिलें चाहे मिलें, कोटि-कोटि गम।। हम हौसले बुलंद रखें, हर हाल हरदम। खुशियां मिलें चाहे मिलें, कोटि-कोटि गम।।
ये कविता एक एहसास है दिल टूट जाने का साथी छूट जाने का। कभी-कभी ऐसा भी होता है दिल टूट जाता है मन बहु... ये कविता एक एहसास है दिल टूट जाने का साथी छूट जाने का। कभी-कभी ऐसा भी होता है दि...