हरिद्वार में भी चमचमाती कहाँ छिपा ये .... हरिद्वार में भी चमचमाती कहाँ छिपा ये ....
बेशर्मी सी कोई कसक हया को छेड़ती होगी।। बेशर्मी सी कोई कसक हया को छेड़ती होगी।।
हर अक्स के पीछे छिपा एक कोई राज़ है, यूँ ही न थे तनहा हम, ये तन्हाई भी कोई राज़ है। हर अक्स के पीछे छिपा एक कोई राज़ है, यूँ ही न थे तनहा हम, ये तन्हाई भी कोई राज...