और नज़र के सामने काग़ज़ की कश्ती में मेरा-तेरा बचपन बह गया ! और नज़र के सामने काग़ज़ की कश्ती में मेरा-तेरा बचपन बह गया !
जागे मन में अरमान टिप टिप बरसे पानी हम हो रहे एक जान जागे मन में अरमान टिप टिप बरसे पानी हम हो रहे एक जान
कोयल चहक रही थी डाल में फिर मैना ने कुछ गुनगुनाया कोयल चहक रही थी डाल में फिर मैना ने कुछ गुनगुनाया
जो मैं पढ़ पाती तो दुनिया बदलती आज भी आता है पछताना मुझको। जो मैं पढ़ पाती तो दुनिया बदलती आज भी आता है पछताना मुझको।
बच्चों को भी झूमाया वर्षा आया वर्षा आया। बच्चों को भी झूमाया वर्षा आया वर्षा आया।
लड़की पर दाएं बाएं से बोछारें पड़ रही थीं, उसके बदन में रिस रही थीं। लड़की पर दाएं बाएं से बोछारें पड़ रही थीं, उसके बदन में रिस रही थीं।