हर जगह पर आज चमचे बैठे हैं फूलो में वो शूल बनकर बैठे हैं। हर जगह पर आज चमचे बैठे हैं फूलो में वो शूल बनकर बैठे हैं।
गरीबों की लड़ाई लड़ते-लड़ते कब अमीर ये बन जाते हैं, गरीबों की लड़ाई लड़ते-लड़ते कब अमीर ये बन जाते हैं,