आ रहा ऋतु राज देखो, छा रही शोभा बड़ी। कोंपलें सुन्दर, मनोहर, हाथ जोड़ें हैं, खड़ी। ह आ रहा ऋतु राज देखो, छा रही शोभा बड़ी। कोंपलें सुन्दर, मनोहर, हाथ जोड़ें हैं, ...
नए सपने मेरे अंदर जन्म लेते हैं, कुछ नया करने की हिम्मत जाग जाती है ये जादू है इस मौस नए सपने मेरे अंदर जन्म लेते हैं, कुछ नया करने की हिम्मत जाग जाती है ये जाद...
बहुत खूबसूरत बहुत खूबसूरत
धूप खिली है घटा में, सफर शुरू हुआ आज से है तकलीफें मिली थीं जिन्दगी दास्ताने इश्क आज धूप खिली है घटा में, सफर शुरू हुआ आज से है तकलीफें मिली थीं जिन्दगी दास्त...
गीत ग़ज़ल उल्फ़त की ख़ुशबू है आज़म महके प्यारी धरती उल्फ़त की धुन में। गीत ग़ज़ल उल्फ़त की ख़ुशबू है आज़म महके प्यारी धरती उल्फ़त की धुन में।
पवन शरद ऋतु आई। देखो,कैसी खिलरई जुन्हाई। पवन शरद ऋतु आई। देखो,कैसी खिलरई जुन्हाई।