नित्य सुचारु रहे पूर्वजों के निवेदित उक्ति प्रत्युक्ति वाक्शक्ति के प्रसारण। नित्य सुचारु रहे पूर्वजों के निवेदित उक्ति प्रत्युक्ति वाक्शक्ति के प्रसारण।
विरह-वेदना सोच घबराती मैं रंग कंचन का, नीरज की सौम्यता विरह-वेदना सोच घबराती मैं रंग कंचन का, नीरज की सौम्यता