सवालों का जवाब जब मन नहीं दे पाता तो मेरी कलम ये ज़िम्मा उठा लेती है... सवालों का जवाब जब मन नहीं दे पाता तो मेरी कलम ये ज़िम्मा उठा लेती है...
हर रात लाती है दिन मत बैठ यूँ तू बेमन ज़िंदगी की हसरतें, होंगी भी तेरी पूरी मत सोच ग़र तन्हा है... हर रात लाती है दिन मत बैठ यूँ तू बेमन ज़िंदगी की हसरतें, होंगी भी तेरी पूरी ...
इबादत से तिजारत तक आस्था से कामना तक सरहदों का डेरा इबादत से तिजारत तक आस्था से कामना तक सरहदों का डेरा
परेशां हर दोराहे पे कश्मकश से , राह, राही, मंजिल मिले न आपस मे, वक्त की खिसकती रेत, बंद मुट्ठी रही... परेशां हर दोराहे पे कश्मकश से , राह, राही, मंजिल मिले न आपस मे, वक्त की खिसकती...
ग़र्दे-राह की तरह... उड़ा करते हैं अक्सर! ग़र्दे-राह की तरह... उड़ा करते हैं अक्सर!