कब तलक जमीर को दफन करेंगे 'नालंदा' बदन का रुह से वास्ता रहा ही नहीं। कब तलक जमीर को दफन करेंगे 'नालंदा' बदन का रुह से वास्ता रहा ही नहीं।
पलाश दहकती कचनार खिलती। हर चेहरे को गुलाब लिखनी है।। पलाश दहकती कचनार खिलती। हर चेहरे को गुलाब लिखनी है।।
प्रेमी ने प्रेमिका को बात समझाई, राधा-कृष्ण की देकर दुहाई। प्रेमी ने प्रेमिका को बात समझाई, राधा-कृष्ण की देकर दुहाई।