मेरी हर दुआओ में उसका ही जिक्र होता था, हर पहर उसे ही तो ख़ुदा से मांगा था मैंने, तो वो शख्स क्यूँ?... मेरी हर दुआओ में उसका ही जिक्र होता था, हर पहर उसे ही तो ख़ुदा से मांगा था मैंन...
शायद आंखें नाराज है खुद से जो अंधेरे में नाकाम होती है फकत दिल पे तवज्जो दो तो मुकम्मल जहान दामन मे... शायद आंखें नाराज है खुद से जो अंधेरे में नाकाम होती है फकत दिल पे तवज्जो दो तो ...
न जाने क्यों मिलने पर हमारे ऐतराज़ था बहुत ज़माने को शामिल हो गए सारे एक तरफ और रौंद डाला प्या... न जाने क्यों मिलने पर हमारे ऐतराज़ था बहुत ज़माने को शामिल हो गए सारे एक तरफ...