फूलों की सुगंध सा है पाखी की चहक सा है फूलों की सुगंध सा है पाखी की चहक सा है
दूर होगा अंधेरा जब जागो सवेरा ! पर संयम का संदेश, रहे दिल में मेरा। दूर होगा अंधेरा जब जागो सवेरा ! पर संयम का संदेश, रहे दिल में मेरा।
आ जाओ कुछ दिवस बिता लो, दिल्ली , एन.सी.आर.मे। आ जाओ कुछ दिवस बिता लो, दिल्ली , एन.सी.आर.मे।
बुझी आँखों में आस लिए वह कचरो में कुछ टटोल रहा है, सब्र का दामन छूट गया बुझी आँखों में आस लिए वह कचरो में कुछ टटोल रहा है, सब्र का दामन छूट गया
गमले वाला नीर से सिंचा कोख वाले को खून से गमले वाला नीर से सिंचा कोख वाले को खून से
शहर शहर गांव का बाजार, भीड़ उदर का केन्द्र बन गये, शहर शहर गांव का बाजार, भीड़ उदर का केन्द्र बन गये,