ये उदासी का धुंध सहा नहीं जा रहा रास्ता भी बुला रहा लौट आओ अब। ये उदासी का धुंध सहा नहीं जा रहा रास्ता भी बुला रहा लौट आओ अब।
तुम्हें अगर पता ही होता तो मुझे यूँ अकेला करके तुम जाते ही क्यूँ....? तुम्हें अगर पता ही होता तो मुझे यूँ अकेला करके तुम जाते ही क्यूँ....?
हमें इंतज़ार रहता अपने पापा के आगमन का। हमें इंतज़ार रहता अपने पापा के आगमन का।
कौन हो तुम..? मेरा सुकून.... तसल्ली.. मेरे दिल का क़रार.. कौन हो तुम..? मेरा सुकून.... तसल्ली.. मेरे दिल का क़रार..