स्याह रात में तेरा भी चाँद चमकता है और मेरा भी फिर तू ही बता की हम अलग कैसे? स्याह रात में तेरा भी चाँद चमकता है और मेरा भी फिर तू ही बता की हम अलग कैसे?
मेरी यादों में अब भी, उसी तरह सर्द है, ठंड की वो रात! डर करके जिससे, सितारों ने भी छोड़ दिया था आसम... मेरी यादों में अब भी, उसी तरह सर्द है, ठंड की वो रात! डर करके जिससे, सितारों ने...