चंद आमोद ना ले पाए चंद आमोद ना ले पाए
कहीं फँस जाने पर यदि कहीं देर हुआ खरी-खोटी, बुरा-भला कौन सुनाता है। कहीं फँस जाने पर यदि कहीं देर हुआ खरी-खोटी, बुरा-भला कौन सुनाता है।
वन रूपी मस्तिष्क के कुविचारों में जब घर्षण हो जाए। वन रूपी मस्तिष्क के कुविचारों में जब घर्षण हो जाए।