कहीं फँस जाने पर यदि कहीं देर हुआ खरी-खोटी, बुरा-भला कौन सुनाता है। कहीं फँस जाने पर यदि कहीं देर हुआ खरी-खोटी, बुरा-भला कौन सुनाता है।
उस नारी की पीड़ा बड़ी जिसने सिंदूर धो डाली। उस नारी की पीड़ा बड़ी जिसने सिंदूर धो डाली।