आज़ादी के मूल्यों का , देश क्या क्या मूल्य चुकायेगा अब तक देश ही जानता है राजनीतिक आज़ादी के मूल्यों का , देश क्या क्या मूल्य चुकायेगा अब तक देश ही जानता है...
यूँ तो महक रही फुलवारी, चहक रहे डालों पे पक्षी , पर मिट्टी भी सहज नहीं है , स्वयं नर, यूँ तो महक रही फुलवारी, चहक रहे डालों पे पक्षी , पर मिट्टी भी सहज नहीं है , स...
मैं स्तब्ध थी, निःशब्द थी हाँ मगर इस बार पहले सी कमज़ोर नही थी। मैं स्तब्ध थी, निःशब्द थी हाँ मगर इस बार पहले सी कमज़ोर नही थी।
बुढ़ापा जिंदगी का ऐसा दर्द होता है जिसका इलाज किसी वैध - हकीम के पास नहीं होता। बै बुढ़ापा जिंदगी का ऐसा दर्द होता है जिसका इलाज किसी वैध - हकीम के पास नह...
जाने कब आएगा ईंतजार कर रही हूुूँ आशा लगाए बैठी हूँ। जाने कब आएगा ईंतजार कर रही हूुूँ आशा लगाए बैठी हूँ।
पैसा ही सब कुछ है ये मां बाप पढ़ाया करते हैं दूर करे मां बाप से जो वही पैसा कहलाता पैसा ही सब कुछ है ये मां बाप पढ़ाया करते हैं दूर करे मां बाप से जो वही पैसा ...