अरिष्टासुर नाम का दैत्य एक आया रूप बैल का धर के । अरिष्टासुर नाम का दैत्य एक आया रूप बैल का धर के ।
श्री शुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित अक्रूर जी रथ पर सवार हुए। श्री शुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित अक्रूर जी रथ पर सवार हुए।
श्री शुकदेव जी कहते हैं, अक्रूर का कृष्ण, बलराम ने सत्कार किया भली भांति । श्री शुकदेव जी कहते हैं, अक्रूर का कृष्ण, बलराम ने सत्कार किया भली भांति ।
भगवान् कृष्ण ने जल में उनको दर्शन कराये अपने दिव्य स्वरुप के। भगवान् कृष्ण ने जल में उनको दर्शन कराये अपने दिव्य स्वरुप के।
परीक्षित, भगवान की आज्ञा मानकर अक्रूर हस्तिनापुर चले गए। परीक्षित, भगवान की आज्ञा मानकर अक्रूर हस्तिनापुर चले गए।
प्रियतम, आप कुछ दिन यहाँ रहकर मेरे साथ क्रीड़ा कीजिए प्रियतम, आप कुछ दिन यहाँ रहकर मेरे साथ क्रीड़ा कीजिए