ये रोटी है
ये रोटी है
जब नींद नहीं हो भूखे पेट, तो सपना मेरा, ये रोटी है ।
एक समय के खाने मे, पकवान मेरा, ये रोटी है ।।
मुट्ठी भरा अनाज बचा, तो मजबूरी, ये रोटी है ।
जब बेटा आँसू पीकर सो गया, तो लाचारी, ये रोटी है ।। १ ।।
जब कल का कोई हिसाब नही, तो हिम्मत मेरी, ये रोटी है ।
खाली प्याले मे हाथ रखू, तो उम्मीद मेरी, ये रोटी है ।।
दिन भर के मजदूरी से, शाम का आराम, ये रोटी है ।
मेरी पसीनो की बूंदों का, मिला वह दाम, ये रोटी है ।। २ ।।
ये मजबूत दुनिया भी बसती है, जरा नजर उठा के देख ।
बस भूखा रहकर देखा होगा, कभी भूखा बनकर देख ।।
