STORYMIRROR

Surendra kumar singh

Others

3  

Surendra kumar singh

Others

यादों का समुन्दर

यादों का समुन्दर

1 min
192

यादों के समुन्दर में,

कामनाओं से भरी भरी जीवन की नाव

निर्बाध रूप से सैर को निकली है,

लहरों से दोस्ती है

भंवर से दिल्लगी है,

तूफान को समेट लिया है

अपनी तली में।

दिलचस्प नजारा है

सूरज रास्ता दिखा रहा है

हवा गति दे रही है

और कोई आवाज सी दिशा

चप्पू की तरह नाव खे रही है।

लगता है कायनात उतर आयी है

कामनाओं की नाव में।

आओ न तुम भी

इस नजारे का लुत्फ लें।


Rate this content
Log in