वक्त मिले तो पढ़ना ज़रूर
वक्त मिले तो पढ़ना ज़रूर
किताबों से अच्छा कोई दोस्त नहीं
अगर वक्त मिले तो पढ़ना तुम ज़रूर
सही दिशा दिखाती है किताबें जीवन को
इसमें ज्ञान का भंडार समाहित होता है भरपूर।
वर्णमाला से लेकर हर सवाल का
जवाब होती हैं अद्भुत हमारी किताबें
निर्जीव होते हुए भी हम सबकी ज़िंदगी में
एक अनूठे रिश्ते की मिठास घोलती है किताबें।
एक नवीन दुनिया से परिचय भी
होता हमारा किताबों के माध्यम से ही
सफल व्यक्तित्व का भी तो निर्माण होता है
निरंतर जुड़े रहकर इन किताबों के दामन से ही।
किताबों से जोड़ो दोस्ती का रिश्ता
इनसे कभी भी हमें धोखा नहीं मिलता है
ज्ञान अर्जित कर जीवन स्तर बनता है बेहतर
गर अच्छी किताबों का हमें साथ मिल जाता है।
हमें परंपराओं से अवगत करवाती
अच्छे विचारों का स्रोत होती हैं किताबें
सदैव जीवन पथ का करती हैं ये मार्गदर्शन
प्रेरणा का अद्भुत,अनुपम भंडार होती हैं किताबें।
किताबों में छुपी जीवन की सफलता
हमारे मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखती हैं
हर पीढ़ी के चरित्र निर्माण में भी ये क़िताबें
हर युग में एक बड़ी ही अहम भूमिका निभाती हैं।
किताबें हैं हमारे जीवन में तभी तो
हर घर पढ़ा जाता रामायण, महाभारत
इन्हें पढ़कर ही तो बदलता हमारा दृष्टिकोण
जीवन में अच्छे संस्कार और आदर्श होते जागृत।
भगवत गीता में समाहित ज्ञान से
आज भी हमारा जीवन प्रेरित होता है
नई पीढ़ियों में ज्ञान का प्रसार, प्रचार भी
किताबों के माध्यम से ही तो संभव हो पाता है।
सभ्यता और संस्कृति के संरक्षण में
किताबें एक अहम भूमिका निभाती हैं
ज्ञान बढ़ाने का सर्वोत्तम साधन होती हैं ये
साथ में हमारा मनोरंजन भी तो भरपूर करती हैं।
हजारों वर्ष पुराने ज्ञान को युगों तक
किताबों के माध्यम से ही सहेजा जाता है
एक पीढ़ी का अमूल्य ज्ञान दूसरी पीढ़ी तक
किताबों के माध्यम से ही तो पहुँचाया जाता है।
