त्योहार
त्योहार
आया अगस्त
मन हो गया मस्त।
लगी वर्षा की झड़ी
जड़ी त्योहारों की लड़ी।
हर रोज लगे ज्यूँ शगुन मनाऊँ
अगले त्योहार के इंतजार में पाऊँ।
आज मैं ईद की छुट्टी मनाऊँ
दोस्तों को मुबारकबाद पहुंचाऊँ।
अगले हफ्ते है मायके जाना
रक्षाबंधन का प्यार निभाना ।
पिछले हफ्ते मनाई अजादी
शहीदों को दी श्रद्धांजलि।
तीज के त्योहार की बात निराली
तन मन में बस गई हरियाली।
पूजा पाठ, व्रत व त्योहार
अगस्त माह में है भरमार।
नागपंचमी, ओणम,संक्रांति,
पारसी न्यू इयर सावन पूर्णिमा
और एकादशी.......
महीना बीते समझ न आये
हर दिन जैसे त्योहार हो जाए।
ये बात केवल अगस्त की है
त्योहार तो पूरे साल चलते
हर राज्य में हर राज्य के लोग रहते
जनवरी से दिसम्बर बस त्योहार मनते हैं ।
त्योहारों की धूम तो
भारतवर्ष की शान है।
हमारी राष्ट्रीय एकता की यही पहचान है।
होली, दशहरा ,दिवाली ,
गुरूपर्व ,ईद ....
हर राज्य के विशिष्ट त्योहार सबको हैं प्रिय जी
अपने अपने ढ़ंग से मन भी जाते हैं जी ।
पावन धरती भारत की
हम हैं भारत वासी
धर्म अलग हैं वेष अलग
खाना अलग ,अलग है भाषा भाषी
पर सबसे अलग है ये बात हमारी
सब त्योहारों को मिलकर मनाना
है इबादत हमारी
है इबादत हमारी।
