तू मंजिल मेरी है
तू मंजिल मेरी है
प्रयास जारी हैं एक दिन तू मिलेगी।
क्योंकि मेहनत है तू मंजिल मेरी है।।
है पता मुझे तुझे पाना मुश्किल है।
लेकिन कोशिशें जारी हमेशा मेरी है ।
मिलेगी असफलताएं होना निराश नहीं है।
मिलना तो तुझे होगा तू मंजिल मेरी है।।
बनाते हैं बेतुक खूब बाते लोग मेरी
पड़ता नहीं फर्क किसी बातों का।
अभी तुझे पाने का सही समय है
एक दिन पास मेरे होगी, तू मंजिल मेरी है।।
खूब निराशा भी हाथ आई मेरे।
मैं हताश हो जाऊँ, हो नहीं सकता।
एक दिन सफल हो कर आऊंगा।
यही बेतुकी बातों का जवाब है।
तू मुझे मिलेंगी क्योंकि तू मंजिल मेरी है।।
