कोई आया तो था
कोई आया तो था
जिंदगी में भरी निराशाओं में
एक नई आशा का उजाला दिखा तो था।
इस उदास मन को फिर से हंसाने का
एक जरिया मिला तो था।
यूंही रूखी रूखी सी जिंदगी में
नया रंग भरने वाला मिला तो था।
जिंदगी की इन खामोशियों को समझे
ऐसा कोई शख्स मिला तो था।
इन उदाशियो से भरे चेहरे में
एक अनमोल चेहरा दिखा तो था।
हजारों चहरो में कोई
अपना सा चेहरा दिखा तो था।
जो समझ सके हमारी जिंदगी की हकीकत
ऐसा शख्स कोई दिखा तो था।
जिसको देख कर मन को शांत कर सके
ऐसा चेहरा एक बार दिखा तो था।
नफरतों के इस बाजार में पुन प्यार
जगाने वाला कोई आया तो था।
युही जिंदगी में प्यार महोब्बत सिखाने
जिंदगी में कोई आया तो था।
युही भूल जाते पुराने गमों को
ओर नया गम देने कोई आया तो था।
बिखरी जिंदगी को सवारा था
फिर कोई बिखेरने आया तो था।
युह हंसती खिलती आंखो को
फिर नम करने कोई आया तो था।
यू बैठे बैठे करते हैं याद उन पलों को
जब पराया अपना सा लगा तो था।
यू भुला दिया उस शख्स को जिसने
पहले भी प्यार किया तो था।
कोई अपना नही होता जिंदगी में
पहले भी ये विचार किया तो था।
