तुम पढ़ने क्यों नहीं जाते
तुम पढ़ने क्यों नहीं जाते
तुम पढ़ने क्यों नहीं जाते
तुम यह इतना भारी सामान क्यों उठाते
क्या तुम्हें पढ़ना पसंद नहीं
या तुम्हें कोई स्कूल कभी मिला नहीं
(बच्चे ने उत्तर दिया... )
स्कूल में जा कर क्या होगा
क्या वहाँ रोज शाम को रुपए मिलेंगे
क्या ऐसा ही वहाँ काम होगा
मैं उसे देखता रह गया
उसकी मासूमियत देख मुझ से कुछ ना कहा गया
मैंने धीरे से कहा वहाँ रोज रुपए नहीं मिलेंगे
वहाँ तुम्हें तुम जैसे बच्चे मिलेंगे
इतना सुनते ही वो बोला
अरे ! रुपए नहीं मिलेंगे तो मेरे यहाँ रोटी कैसे बनेगी
और साहब बिना रोटी के मेरे अंदर दम कैसे पड़ेगी
मैंने उसे समझाया तुम्हें स्कूल में ही खाने को मिलेगा
तुम्हें अच्छे कपड़े मिलेंगे
और पढ़ने को मिलेगा
बच्चा बोला क्या साहब मेरे पढ़ने से क्या मेरे घर का चूल्हा जलेगा
जब मैं पूरे दिन यहाँ हूँ काम करता
तब मुझे और मेरी माँ को शाम का भोजन मिलता
मैंने उसे समझाया, शिक्षा का महत्व बताया ।