तुम ईश्वर की आशिक
तुम ईश्वर की आशिक
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सब तेरी दीवानी यहां है कन्हैया,
तुम ईश्वर की आशिक बुझूँ ना मैं भैया।
घर-घर में कृष्ण गोपाल मिल जाए,
कोई नंगे धड़ंगे पीला लाल मिल जाए।
तुम्हारे भवनवा में खूब मेला दर्शन,
कहां हो प्रभु कहां कर रहे प्रदर्शन।
सब सुन यहां वहां तेरी नगरिया,
चिल्ला रही कब से तेरी गोपियां।
राधा में रुप में बोल रही सईया,
सब तेरी दीवानी यहां है कन्हैया।
