STORYMIRROR

Badal Singh Kalamgar

Others

3  

Badal Singh Kalamgar

Others

थोड़ी नादनी में...

थोड़ी नादनी में...

1 min
129

थोड़ी नादानी में हमारे घर की खुशियाँ छीन लिया

एक छीनी थी तो दूजी क्यूं उसमें शामिल कर लिया

तुम्हें ना होना था हमारा तो हमीं से कह देते

हजार और भी गम सहे है एक और खुशी से सह लेते

हमें तो अनुभव था किससे कब क्या कहना था

महीनों सांस ना लेते फिर सारे इल्जाम खुद पर रखते

थोड़ा थोड़ा खुद को बर्बाद करते और तुमको आज़ाद करते

तुम्हारे घर की ऊँची दीवारें सौ बार मुबारक तुमको

ऊँची चौखटों पर रखते कदम कम से कम ओछी सोच तो ना होती

हम तो बेवजह त्योहार माना लेते खुशियाँ हजार बना लेते

 अगर हमारे घर की छोटी दीवारों थोड़ी किलकारियां तो होती


ഈ കണ്ടെൻറ്റിനെ റേറ്റ് ചെയ്യുക
ലോഗിൻ