सतरंगी पल
सतरंगी पल
सात रंग से इन्द्रधनुष सजा है।
सतरंगी ओढ़नी किरणों ने पहनी।
सात रंग, फूलों की दुनिया।
सात रंग, खग विहग तितलियाँ ।
सतरंगी जीवों की दुनिया।
सतरंगी निर्जीवों की दुनिया।
सात रंगों से धरती सजी है।
नदियां पहाड़ मैदान बनी हैं।
सात रंग से दुनिया सजी हैं।
सात रंग से दुनिया बनी हैं।
सात रंग मन के भावों के।
सात रंग सुख दुख धागों के।
यही रंग जीवन में रंग भरते।
पल पल जीवन रंग बदलते।
सतरंगी रंग से डोली सजी हैं।
सतरंगी रिश्ते नातेदारी बनी हैं।
सतरंगी भाषा और बोली,
सतरंगी लोगों की जीवन शैली।
एक रंग की नहीं हैं दुनिया।
एक रंग नहीं किसी की दुनिया।
एक रंग में जीवन रहेगा तो,
जीवन का राग रंग कैसे बहेगा?