सोशल मीडिया
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया का ही यारों ,
अब तो हुआ जमाना ।
चिट्ठी तार और संदेशो का ,
प्रचलन था पुराना ।।
मीलों दूर हो चाहे कोई ,
देख उसे हम करते बातें ।
चाहे जिससे बात करो हो ,
समय कोई दिन चाहे रातें ।।
बङी -बङी फाइलें फोटो ,
संदेश त्वरित ही है जाते ।
कवियों के कवि सम्मेलन भी ,
लाइव ही मिल जाते ।।
शैक्षिक सामाजिक ज्योतिष ,
अरु खबर विश्व की पाते ।
सभी मित्र मिल बैठ के घण्टों ,
काल जोङ बतियाते ।।
सोशल मीडिया के बिन अब ,
तो रहा किसी से ना जाता ।
बच्चे बूढे अरु नर नारी सबके ,
मन को यह भाता ।।
घण्टों छोङ पढाई बच्चे ,
काम घरेलू को नारी ।
लिए मोबाइल भ्रमत निखट्टू ,
करते खुद से छल भारी ।।
सोशल मीडिया का जब हम ,
निज विवेक से करें प्रयोग ।
नही हानि होगी हरगिज ही ,
पल -पल ज्ञान का होगा योग ।।